मुईद रशीदी के बेहतरीन शेर..
Moid Rasheedi Shayari ~ लगता है तबाही मिरी क़िस्मत से लगी है ये कौन सी आँधी मिरे अंदर से उठी है मुईद रशीदी __ आते आते जो तिरा नाम सा रह जाता है मेरे सीने में वो कोहराम सा रह जाता है मुईद रशीदी __ ऐ ज़माने की हवा अब तो रिहा कर मुझ को … Read more