अहमद फ़राज़ के बेहतरीन शेर…

Ahmad Faraz Best Shayari

Ahmad Faraz Best Shayari किस किस को बताएँगे जुदाई का सबब हम तू मुझसे ख़फ़ा है तो ज़माने के लिए आ अहमद फ़राज़ सुना है लोग उसे आँख भर के देखते हैं सो उसके शहर में कुछ दिन ठहर के देखते हैं अहमद फ़राज़ इस ज़िंदगी में इतनी फ़राग़त किसे नसीब इतना न याद आ … Read more

रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए आ…. अहमद फ़राज़

Ranjish Hi Sahi

Ranjish Hi Sahi रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए आ आ फिर से मुझे छोड़ के जाने के लिए आ कुछ तो मिरे पिंदार-ए-मुहब्बत का भरम रख तू भी तो कभी मुझ को मनाने के लिए आ पहले से मरासिम न सही फिर भी कभी तो रस्म-ओ-रह-ए-दुनिया ही निभाने के लिए आ किस-किस … Read more