शाम पर शेर
Shaam Shayari शाम होते ही खुली सड़कों की याद आती है सोचता रोज़ हूँ मैं घर से नहीं निकलूँगा शहरयार…
हिन्दी और उर्दू साहित्य का संगम
Shaam Shayari शाम होते ही खुली सड़कों की याद आती है सोचता रोज़ हूँ मैं घर से नहीं निकलूँगा शहरयार…
Father’s Day Poetry In Hindi माँ की दुआ न बाप की शफ़क़त का साया है आज अपने साथ अपना जनम…
Munir Niazi Shayari ~ 1. शहर की गलियों में गहरी तीरगी गिर्यां रही रात बादल इस तरह आए कि मैं…
Barsaat Shayari Baarish Shayari 1. घटा देख कर ख़ुश हुईं लड़कियाँ छतों पर खिले फूल बरसात के मुनीर नियाज़ी (Munir…
Sahir Ludhianvi Shayari 1. तेरा मिलना ख़ुशी की बात सही तुझ से मिल कर उदास रहता हूँ 2. कोई तो…
Breakup shayari ~ वो जो हम में तुम में क़रार था तुम्हें याद हो कि न याद हो वही या’नी…
Kamar Best Shayari बुरा क्या है बाँधो अगर तेग़-ओ-ख़ंजर मगर पहले अपनी कमर देख लेना जलील मानिकपूरी برا کیا ہے…
Main Tum Logon Se Door Hoon ~ मैं तुम लोगों से दूर हूँ ~ गजानन माधव मुक्तिबोध मैं तुम लोगों…
गजानन माधव मुक्तिबोध (Gajanan Madhav Muktibodh) हिन्दी साहित्य के प्रमुख कवि, आलोचक, कहानीकार, उपन्यासकार और निबंधकार थे। उनका जन्म १३…
Gar Baazi Ishq Ki Baazi hai ~ Faiz Ahmed Faiz कब याद में तेरा साथ नहीं कब हात में तेरा…