Doosra Ishq Review ~ मौजूदा दौर में अच्छी शा’इरी करने वालों की तादाद कम हो गयी है लेकिन अभी भी मंज़र-ए-आम पर कुछ ऐसे शा’इर मौजूद हैं जो अपनी शानदार शा’इरी से लोगों का मन-मोह रहे हैं. ऐसे ही एक शा’इर हैं इरशाद ख़ान ‘सिकंदर'(Irshad Khan Sikandar) , सिकंदर की किताब ‘दूसरा इश्क़’ मंज़र-ए-आम पर आ चुकी है. राजपाल प्रकाशन से प्रकाशित हुई ‘दूसरा इश्क़’ किताब का रस्म-ए-इजरा ‘विश्व पुस्तक मेला’ में हुआ. 10 जनवरी को विश्व पुस्तक मेले में किताब का रस्मे-इजरा गौहर रज़ा,कुलदीप सलिल और मीरा जौहरी जी के हाथों हुआ. इसके पहले सिकंदर की ‘आंसुओं का तर्जुमा’ भी मंज़र-ए-आम पर आ चुकी है. ये किताब अमेज़न पर भी उपलब्ध है.
सलीम सरमद के बेहतरीन शेर
Saleem Sarmad Shayari ~ सलीम सरमद की शायरी सबके चेहरों पे तूफ़ान हैं मुंजमिद ये पता ही नहीं नाख़ुदा कौन है ___ दिल ही डूबे नहीं हुबाबों के बुझ गए रुख़ भी आफ़ताबों के अभिषेक शुक्ला के बेहतरीन शेर… ___ मज़हबे – इश्क़ में पड़े थे हम दूर दुनिया से फिर खड़े थे हम __ … Read more