मिर्ज़ा जाफ़र अली ‘हसरत’ की शायरी

Bahadur Shah Zafar Shayari Humko Mita Sake Ye Zamane Mein Dum Nahin Motivational Shayari Mirza Jafar Ali Hasrat Sher Urdu Interesting Facts

Mirza Jafar Ali Hasrat Sher मिर्ज़ा जाफ़र अली ‘हसरत’ लखनऊ के थे. वो रायस्वरुप सिंह ‘दीवाना’ के शिष्य थे. उन्होंने दो दीवान छोड़े हैं. ‘जुरअत’ और ‘हसन’ इनके शिष्य थे. _______ तुम्हें ग़ैरों से कब फ़ुर्सत हम अपने ग़म से कब ख़ाली, चलो बस हो चुका मिलना, न तुम ख़ाली न हम ख़ाली मिर्ज़ा जाफ़र … Read more

लखनवी शायरी ~ सैयद इंशा अल्लाह ख़ाँ ‘इंशा’

Insha Allah Khan Shayari

सैयद इंशा अल्लाह ख़ाँ ‘इंशा’ ( Insha Allah Khan Shayari ) का जन्म 1752 में हुआ था. इंशा के पिता का नाम मीर माशा अल्लाह ख़ाँ था. ये उच्च वंशीय थे और इनके बारे में कहा जाता है कि इनके पूर्वज समरकंद से आकर दिल्ली में बसे थे. इनका ख़ानदान निहायत शरीफ़ था और ख़ानदानी … Read more

लखनवी शायरी ~ ग़ुलाम हमदानी ‘मुसहफ़ी’

Best Urdu Rubai Shaam Shayari Har Haqeeqat Majaz Ho Jaye Tagore ki Kahani Bhikharin Parveen Shakir Shayari

Mushafi Shayari ~ शेख़ ग़ुलाम हमदानी ‘मुसहफ़ी’- सन 1750 में मुरादाबाद ज़िले के पास अमरोहा के अकबरपुर गाँव में इनका जन्म हुआ। कुलीन वंश में जन्में ‘मुसहफ़ी’ के पिता का नाम शेख़ वली मुहम्मद था। हमदानी को पढ़ने का बड़ा शौक़ था और किताबें माँग-माँग कर पढ़ा करते थे। ये जब युवा हुए तो दिल्ली … Read more