तहज़ीब हाफ़ी की ग़ज़लें..
1 Tehzeeb Hafi Ki Shayari तेरा चुप रहना मिरे ज़ेहन में क्या बैठ गया Tehzeeb Hafi Ki Shayari इतनी आवाज़ें तुझे दीं कि गला बैठ गया यूँ नहीं है कि फ़क़त मैं ही उसे चाहता हूँ जो भी उस पेड़ की छाँव में गया बैठ गया इतना मीठा था वो ग़ुस्से भरा लहजा मत पूछ … Read more