याद करो पहाड़ा
छुट्टियाँ ख़त्म हो चुकी हैं और अब ननकू को तैयारी करनी है स्कूल जाने की। ननकू ने तो अपनी पढ़ाई-लिखाई…
हिन्दी और उर्दू साहित्य का संगम
छुट्टियाँ ख़त्म हो चुकी हैं और अब ननकू को तैयारी करनी है स्कूल जाने की। ननकू ने तो अपनी पढ़ाई-लिखाई…
ननकू के साथ घर आकर रसगुल्ला ख़ुश तो है लेकिन यहाँ उसे पहले घर से अलग भी लग रहा है।…
पापा गाड़ी चला रहे थे माँ साथ में बैठी बात कर रही थीं। पीछे ननकू, रसगुल्ला और चीकू की मस्ती…
मौसी दादी के घर से वापस जाने की सारी तैयारी तो हो गयी है बस कल सुबह-सुबह निकलना है, सारे…
ननकू और रसगुल्ला बरामदे में बैठे हुए थे पास ही बैठीं थीं दोनों दादियाँ। ननकू के पास उसकी कॉपी थी…
चीकू उछल-उछल के दीवार पर चढ़ी बिल्ली को पकड़ने की कोशिश कर रहा था..ननकू बरामदे में रसगुल्ला को लेकर बैठा…
आज रसगुल्ला, चीकू और ननकू ने अपना डेरा जमाया राखी बुआ के पास कमरे में..पापा तो दोनों चाचा के साथ…
जैसे ही ननकू, रसगुल्ला और चीकू, रॉकी चाचा और राखी बुआ के साथ घर पहुँचे माँ झट से रसगुल्ला को…
जैसे ही राखी बुआ और रॉकी चाचा के साथ ननकू, रसगुल्ला और चीकू अस्पताल पहुँचे कि ननकू तो आँखें बड़ी-बड़ी…
जब राखी बुआ की आँख खुली तो बाहर से ज़ोर-ज़ोर से दादी और मौसी दादी की हँसने की आवाज़ आ…