सर्दी पर बेहतरीन शेर…
Sardi Shayari दिसम्बर की सर्दी है उसके ही जैसी ज़रा सा जो छू ले बदन काँपता है अमित शर्मा मीत ___________ थी बहुत तेज़ जो सर्दी की हवा, ये भी मुश्किल है कि ठहरा होगा अरग़वान रब्बही _______ मिरे सूरज आ! मिरे जिस्म पे अपना साया कर बड़ी तेज़ हवा है सर्दी आज ग़ज़ब की … Read more