उर्दू शायरी और शब्द: हालातों, जज़्बातों, अल्फ़ाज़ों ग़लत क्यूँ?

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अक्सर हम देखते हैं कि सोशल मीडिया पर हमें ऐसे लेख पढ़ने को मिल जाते हैं जिनमें “हालातों”, “जज़्बातों” या “अल्फ़ाज़ों” का इस्तेमाल होता है जबकि ये पूरी तरह से ग़लत है। हम आपको बताते हैं कि इसके पीछे कारण क्या है। अस्ल में “हाल” शब्द का अर्थ होता है “अवस्था” या “स्थिति” (condition)। इस … Read more

उर्दू शायरी और शब्द : फूल, फिर, सरफिरा..

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Urdu Shayari Phool  फूल (پھول):: फूल (अर्थ- flower) एक ऐसा लफ़्ज़ है जिसे आजकल की पीढ़ी फ़ूल (Fool) बोलने लगी है जबकि इसमें फ के नीचे कोई बिंदी नहीं लगी है, इस वजह से इसे Ph (प के साथ ह की आवाज़ रहेगी एकमुश्त) की आवाज़ में लिया जाएगा और फूल(Phool) पढ़ा जाएगा.उर्दू शा’इरी में … Read more

उर्दू शायरी और शब्द : हमला-आवर, आशुफ़्ता, गुज़िश्ता, दस्त और दश्त…

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Urdu Shayari se jude lafz हमला-आवर (حملہ آور): हमला-आवर एक ऐसा लफ़्ज़ है जिसे आम लोग ‘हमलावर’ पढ़ते हैं जोकि सही नहीं है. इसका सही उच्चारण हम’ल’आवर ही है. उर्दू शा’इरी में इसका वज़्न 21-22 लिया जाता है,(हम-2, ल-1, आ-2, वर-2). साक़ी फ़ारूक़ी का मत’ला देखिये- हमला-आवर कोई अक़ब से है, ये तआक़ुब में कौन … Read more

उर्दू शायरी और शब्द : क़मर, कमर और उरूज, अरूज़..

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Urdu Shayari Ke Lafz क़मर (قمر)  और कमर (کمر)  Urdu Shayari Ke Lafz: अक्सर लोगों को कमर और क़मर एक से लगते हैं पर थोड़े से अलग हैं. दोनों शब्दों का अर्थ भी बिलकुल जुदा है.  पहला शब्द क़मर है, जिसका अर्थ होता है चाँद जबकि दूसरा शब्द कमर है, कमर का अर्थ होता है शरीर … Read more

उर्दू शायरी और शब्द : ज़िम्’मदार, ज़ियादा, ज़ियादत…

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Urdu ke words :  ज़िम्’मदार (ज़िम्मेदार)– इसका अर्थ होता है ज़मानत, जवाबदेही, कार्यभार। ये लफ़्ज़ ज़िम्मा से बनता है, ज़िम्मा का अर्थ है उत्तरदायित्व। ज़िम्मेदार एक ऐसा लफ़्ज़ है जिसे अधिकतर लोग जिम्मेवार पढ़ने और लिखने लगे हैं, इतना ही नहीं एक साल सिविल सेवा की परीक्षा के प्रश्न पत्र में इसे जिम्मेवार लिख दिया … Read more

उर्दू शायरी और शब्द : ख़ुलासा, ख़िलाफ़त, बिलकुल और भूक…

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Urdu ke words Khulasa:  ख़ुलासा (خلاصہ): ख़ुलासा का जो अर्थ आजकल मीडिया में इस्तेमाल हो रहा है वो इसके सही अर्थ से बिलकुल जुदा है. ख़ुलासा का अर्थ होता है सारांश जबकि मीडिया में इसे इस तरह इस्तेमाल किया जाता है मानो इसका अर्थ राज़ खोलना हो. इस लफ़्ज़ का वज़़्न 122 होता है. (ख़ु-1, … Read more

उर्दू शायरी और शब्द : शब्बा खै़र नहीं शब-ब’खै़र,अजीज़ नहीं अज़ीज़, शम्मा नहीं शम’अ…

Ghalib ka khat .. मिर्ज़ा ग़ालिब परवीन शाकिर Urdu Shayari Shabd Ghalib Shayari Parveen Shakir Shayari Top Urdu Shayari Ghalib Ke Khat Ghalib Ke Baare Mein

Urdu Shayari Shabd अज़ीज़(عزیز): अज़ीज़ एक ऐसा लफ़्ज़ है जिसे अक्सर लोग अजीज़ बोलते हैं. कुछ लोगों का नाम भी अज़ीज़ है लेकिन उनको भी लोग अजीज़ ही कहते पाए जाते हैं, हालाँकि सही लफ़्ज़ अज़ीज़ है. अजीज़ भी लफ़्ज़ होता है लेकिन उसका अर्थ अलग होता है.अज़ीज़ का अर्थ प्यारा होता है लेकिन अजीज़ का … Read more

उर्दू शायरी और शब्द : तजुर्बा नहीं तज’रबा, जमा नहीं जम’अ, शुरू नहीं शुरू’अ…

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Urdu Poetry Words आज हम कुछ ऐसे ज़रूरी अलफ़ाज़ के बारे में आपसे बात करने जा रहे हैं जो आम बोलचाल में अक्सर ग़लत ही तरह से बोले जाते हैं. तज’रबा या तज’रिबा (تجربہ): तज’रबा का अर्थ है अनुभव. इस लफ़्ज़ को अक्सर करके लोग ‘तजुर्बा’ पढ़ते हैं जबकि ये सही नहीं है, सही लफ़्ज़ तजरबा … Read more

उर्दू शायरी और शब्द : फ़िर नहीं फिर, गम नहीं ग़म, मिजाज़ नहीं मिज़ाज…

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Urdu Shabd Gham Gam कुछ ऐसे लफ़्ज़ हैं जो हमारी ज़िन्दगी का अहम् हिस्सा हैं और लगभग रोज़ हम इनका इस्तेमाल करते हैं.कुछ इसी तरह के पाँच अलफ़ाज़ लेकर हम आज उनके बोलने के तरीक़े पर बात करेंगे. ये पाँच अलफ़ाज़ हैं- फिर, ग़म, मिज़ाज, ग़ज़ब, और ग़लत. फिर (پھر) – लफ़्ज़ ‘फिर’ को अधिकतर आबादी फ़िर … Read more

उर्दू शायरी और शब्द : ‘ग़म’, बोलने का तरीक़ा, कुछ बातें और इससे जुड़े शब्द…

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Urdu Lafz Gham :  ग़म (غم): ग़म शब्द मूल रूप से फ़ारसी भाषा से लिया गया है. इसका अर्थ है दुःख, शोक, क्षोब, इत्यादि. उर्दू में इसे ग़ैन (غ) और मीम (م) को मिला कर लिखा जाता है. हिंदी में ग़ैन (غ) के लिए “ग़” और मीम (م) के लिए “म” का प्रयोग किया जाता है और इस प्रकार इसे “ग़म” लिखा जाता है. ध्यान रहे इसमें ग के नीचे बिंदी (नुक़ता) लगी हुआ है और इसलिए इसका उच्चारण करते समय विशेष ध्यान रहे. अगर ग के नीचे बिंदी ना होती और ये ‘गम’ लिखा होता तो उर्दू ज़बान में इसे लिखने के लिए ग़ैन (غ) और मीम (م) का नहीं बल्कि गाफ़ (گ) और मीम (م) का इस्तेमाल होता. ग़म से बने कुछ अलफ़ाज़..

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