मिर्ज़ा ग़ालिब के मशहूर शेर
Mirza Ghalib ke sher कोई उम्मीद बर नहीं आती कोई सूरत नज़र नहीं आती _____ जान दी, दी हुई उसी…
हिन्दी और उर्दू साहित्य का संगम
Mirza Ghalib ke sher कोई उम्मीद बर नहीं आती कोई सूरत नज़र नहीं आती _____ जान दी, दी हुई उसी…
Urdu ke ustaad shayar: हम यहाँ चार ग़ज़लें पेश कर रहे हैं. मीर, ग़ालिब, इक़बाल और फ़ैज़ की इन ग़ज़लों…
Dyodhi Review “किताबों से कभी गुज़रो तो यूँ किरदार मिलते हैं गए वक़्त की ड्योढ़ी में खड़े कुछ यार मिलते…
Majid Amjad Hindi Shayari मजीद अमजद की नज़्म “मंटो” मैंने उस को देखा है उजली उजली सड़कों पर इक गर्द…
Top 10 Urdu Sher 1. आग थे इब्तिदा-ए-इश्क़ में हम अब जो हैं ख़ाक इंतिहा है ये मीर तक़ी मीर…