मन की भावनाओं के द्वार खोलता है रश्मि रविजा का कहानी संग्रह “बंद दरवाज़ों का शहर”
Band Darwazon Ka Shahar Review ~ ‘बंद दरवाज़ों का शहर’ रश्मि रविजा (Rashmi Ravija) का कहानी संग्रह है। इस कहानी…
हिन्दी और उर्दू साहित्य का संगम
Band Darwazon Ka Shahar Review ~ ‘बंद दरवाज़ों का शहर’ रश्मि रविजा (Rashmi Ravija) का कहानी संग्रह है। इस कहानी…
सफ़र के दौरान ही ननकू और रसगुल्ला सो गए थे, कुछ देर बाद चीकू भी सो गया. ननकू के कान…
Baal Sahitya ननकू छोटी कुर्सी में बैठा था और उसके एक ओर चीकू और दूसरी ओर रसगुल्ला बैठे थे। इन्हें…
ननकू, रसगुल्ला और चीकू, माँ- पापा के साथ नानी के घर से निकल गए हैं मौसी दादी के घर, जहाँ…
ननकू और रसगुल्ला बरामदे में बॉल से खेल रहे थे कि माँ आकर बोलीं- “ननकू..आज पापा आ रहे हैं” “पापा…??”…
बिस्तर में लेटे ननकू के ऊपर रसगुल्ला कूदने लगा..बार- बार उसकी चादर हटाता और उसको उठाने की कोशिश करने लगता।…
ननकू पिकनिक पर आया है माँ, नानी, डॉली मौसी, विक्की, विन्नी, नैंसी, नैंसी की मम्मी और रसगुल्ला के साथ। नदी…
“वो देखो डॉली मौसी आ गयी”- ननकू उछलते हुए बोला माँ और नानी ने देखा डॉली मौसी, विक्की और विन्नी…
“हाँ दादी, पर माँ को तो पता चल जाएगा न?” ननकू फ़ोन पर कम-आवाज़ में दादी से बात कर रहा…
रसगुल्ला को अपने बिस्तर पर साथ लिटाए ननकू अलग सी सोच में गुम था। उसने रसगुल्ला की पीठ पर हाथ…