रसगुल्ला और राखी बुआ

राखी बुआ ने पास जाकर देखा तो रसगुल्ला दर्द से कराह रहा था. वो कशमकश में थीं कि सबको उठाएँ या क्या करें..वो रसगुल्ला के पास उकड़ूं बैठी ही थीं कि उन्होंने रसगुल्ला की आँखों में आँसू देखे.. उन्होंने उसे तुरंत प्यार से गोदी में ले लिया और वहीं ज़मीन पर पालथी मार कर उसकी … Read more

प्लान में प्लान

रॉकी चाचा ने चीकू, रसगुल्ला और ननकू के साथ मिलकर राखी बुआ को कमरे में घेर लिए..राखी बुआ तो डर गयीं और वो बाहर जाना चाहती थीं कि चीकू खड़ा हो गया दरवाज़े पर। अब राखी बुआ को बाहर जाने देने के लिए रॉकी चाचा ने कहा कि चीकू की एक शर्त माननी पड़ेगी। ननकू … Read more

ननकू के क़िस्से: रॉकी चाचा का मास्टर प्लान

राखी बुआ का चीकू और रसगुल्ला से डर जाना घर भर में चर्चा का विषय रहा. सभी लोगों ने इस पर राखी बुआ से हँसी-मज़ाक़ किया वहीं ननकू अभी तक ये समझ नहीं पा रहा था कि आख़िर राखी बुआ चीकू और रसगुल्ला से डर कैसे गईं. ननकू इस बात को जानने के लिए रॉकी … Read more

डरपोक बुआ

सभी बड़े बैठकर बातें करने लगे। ननकू, रसगुल्ला और चीकू, रॉकी के साथ बाहर आ गए, तभी ननकू को कुछ याद आया “रॉकी चाचा..नानी ने एक फूल का पेड़ दिया था, उसको भूक लगी होगी न” “अरे तुम्हारे पौधे को खिला पिला के मोटा कर दिए हैं हम..देखो बैठा है यहाँ”- रॉकी ने आँगन की … Read more

मन की भावनाओं के द्वार खोलता है रश्मि रविजा का कहानी संग्रह “बंद दरवाज़ों का शहर”

Band Darwazon Ka Shahar Review

Band Darwazon Ka Shahar Review ~ ‘बंद दरवाज़ों का शहर’ रश्मि रविजा (Rashmi Ravija) का कहानी संग्रह है। इस कहानी (Hindi Kahani) संग्रह में भावनाओं के अलग-अलग द्वार खुलते हैं, फिर वो चाहे प्रेम को ख़ुद से दूर करती तलाक़शुदा महिला हो या महानगर में दिनभर घर में अकेली बातों को तरसती स्त्री हो, एक … Read more

‘ननकू पहुँचा मौसी-दादी के घर’

सफ़र के दौरान ही ननकू और रसगुल्ला सो गए थे, कुछ देर बाद चीकू भी सो गया. ननकू के कान में अचानक ही माँ की आवाज़ सुनाई पड़ी.. “अरे उठो ननकू, चीकू, रसगुल्ला…मौसी-दादी का घर आने वाला है..चलो उठ जाओ सब” ननकू ने आँखों पर हाथ मलते हुए देखा तो पापा ड्राइविंग सीट पर थे … Read more

गड्ढे में रसगुल्ला

Baal Sahitya

Baal Sahitya ननकू छोटी कुर्सी में बैठा था और उसके एक ओर चीकू और दूसरी ओर रसगुल्ला बैठे थे। इन्हें यहाँ बिठाकर पापा और माँ खाने का ऑर्डर देने गए थे। मौसी दादी के घर जाते-जाते पापा ने बीच में खाने के लिए गाड़ी रोकी थी और सब यहाँ आकर बैठे थे, चीकू ननकू से … Read more

कब तक रहेगा चीकू नाराज़

ननकू, रसगुल्ला और चीकू, माँ- पापा के साथ नानी के घर से निकल गए हैं मौसी दादी के घर, जहाँ दादी कर रहीं हैं उनका इंतज़ार। पापा और माँ तो आगे की सीट पर बैठे अपनी बातें कर रहे थे, कुछ देर पहाड़, नदी देखते-देखते ननकू, चीकू और रसगुल्ला सो गए। अब जब वो जाए … Read more

पापा आए..

ननकू और रसगुल्ला बरामदे में बॉल से खेल रहे थे कि माँ आकर बोलीं- “ननकू..आज पापा आ रहे हैं” “पापा…??” ननकू ख़ुशी से उछलते हुए बोला- “दादी भी आ रही हैं?” “नहीं बेटा दादी न मौसी दादी के घर रुक गयी है..बस पापा आ रहे हैं और साथ में चीकू भी आ रहा है” “चीकू … Read more

बारिश का मज़ा

बिस्तर में लेटे ननकू के ऊपर रसगुल्ला कूदने लगा..बार- बार उसकी चादर हटाता और उसको उठाने की कोशिश करने लगता। ननकू ने रसगुल्ला को पकड़ा और उसे भी सुलाने लगा..पर रसगुल्ला तो ननकू को जगाकर बाहर ले जाना चाहता था, वो कूदे जा रहा था। ननकू ने नींद से भरी हुई आँखें खोलीं- “रसगुल्ला..क्या हुआ?” … Read more