दिल को छू लेने वाले ख़ूबसूरत शेर..
Deep Shayari हज़ारों ख़्वाहिशें ऐसी कि हर ख़्वाहिश पे दम निकले, बहुत निकले मिरे अरमान लेकिन फिर भी कम निकले मिर्ज़ा ग़ालिब _________ निकलना ख़ुल्द से आदम का सुनते आए हैं लेकिन, बहुत बे-आबरू हो कर तिरे कूचे से हम निकले मिर्ज़ा ग़ालिब ________ हमको उनसे वफ़ा की है उम्मीद जो नहीं जानते वफ़ा क्या … Read more