दो शा’इर, दो ग़ज़लें(10): जाँ निसार अख़्तर और ज़ौक़…
जाँ निसार अख़्तर की ग़ज़ल: अशआ’र मिरे यूँ तो ज़माने के लिए हैं (Ashaar mere yoon to zamane ke liye…
आह को चाहिए इक उम्र असर होते तक
Aah Ko Chahiye Ik Umr Asar Hone Tak ~ आह को चाहिए इक उम्र असर होते तक, कौन जीता है…
इक़बाल की पुण्यतिथि पर उनको याद करते हुए उनके दस शे’र…
Iqbal ke Top Sher: महान उर्दू और फ़ारसी शा’इर मुहम्मद इक़बाल की आज पुण्यतिथि है. उनका जन्म 9 नवम्बर 1877…
दो शा’इर, दो ग़ज़लें (9): मुनीर नियाज़ी और अमीर मीनाई….
मुनीर नियाज़ी की ग़ज़ल: ज़िंदा रहें तो क्या है जो मर जाएँ हम तो क्या (Zinda Rahen To Kya Mar…
दो शा’इर, दो ग़ज़लें(8): अहमद फ़राज़ और बहज़ाद लखनवी…
Ab Aur Kya Kisi Se Marasim Badhayen Hum अहमद फ़राज़ की ग़ज़ल: अब और क्या किसी से मरासिम बढ़ाएँ हम…
उर्दू शायरी और शब्द : ‘ग़म’, बोलने का तरीक़ा, कुछ बातें और इससे जुड़े शब्द…
Urdu Lafz Gham : ग़म (غم): ग़म शब्द मूल रूप से फ़ारसी भाषा से लिया गया है. इसका अर्थ है…
दो शा’इर, दो ग़ज़लें(7): जाँ निसार अख़्तर और महशर बदायूँनी…
Aahat Si Koi Aaye To Lagta Hai Ke Tum Ho जाँ निसार अख़्तर की ग़ज़ल: आहट सी कोई आए तो…
दो शा’इर, दो ग़ज़लें (6): जिगर मुरादाबादी और इरफ़ान सिद्दीक़ी…
दो शा’इर, दो ग़ज़लें सीरीज़ में हम आज आपके सामने जिगर मुरादाबादी और इरफ़ान सिद्दीक़ी की ग़ज़लें पेश कर रहे…
दो कहानीकार, दो कहानियाँ (1): प्रेमचंद और टैगोर
Tagore Premchand Kahani साहित्य दुनिया में हम अभी तक शा’इरी को लेकर ही ज़्यादा बातें कर रहे थे लेकिन हम…
उर्दू शायरी और शब्द : ज़रा ध्यान से “ख़ू” को “ख़ूं” ना समझ लीजियेगा…
Urdu Lafz : हर ज़बान में कुछ ऐसे लफ़्ज़ होते हैं जो बोलने में लगभग एक से सुनाई देते हैं…