तितलियों पर 10 शेर

titliyon par shayari व वाले शब्द Ibn e Nishati Phoolban Jalil Manikpuri Parveen Shakir Nasir Kazmi Best Sher

titliyon par shayari 1. तितलियाँ जुगनू सभी होंगे मगर देखेगा कौन हम सजा भी लें अगर दीवार-ओ-दर देखेगा कौन नोशी गिलानी (Noshi Gilani) 2. काँटों में घिरे फूल को चूम आएगी लेकिन तितली के परों को कभी छिलते नहीं देखा परवीन शाकिर (Parveen Shakir) 3. उजाड़ तपती हुई राह में भटकने लगी न जाने फूल … Read more

साहिर लुधियानवी की 10 मशहूर ग़ज़लें

Sahir Ludhianvi Top Ghazals

Sahir Ludhianvi Top Ghazals उर्दू शायरी की बात हो और इश्क़ की बात न हो, और इश्क़ की बात शायरी के साथ हो और साहिर लुधियानवी का नाम न हो, ऐसा संभव ही नहीं है. साहिर लेकिन जहाँ मुहब्बत की शायरी के लिए जाने जाते हैं वहीं इन्क़लाबी रंग भी उनके यहाँ खिल कर आता … Read more

मुहम्मद इक़बाल के बेहतरीन शेर..

Iqbal Shayari Hindi

Iqbal Shayari Hindi मुहम्मद इक़बाल को सर मुहम्मद इक़बाल या फिर अल्लामा इक़बाल के नाम से भी जाना जाता है. इक़बाल उर्दू शाइरी के सबसे बड़े शाइरों में शुमार किए जाते हैं. इक़बाल का जन्म (Iqbal ka janm) 9 नवम्बर 1877 को सिआलकोट में हुआ था. इक़बाल के जन्मदिन को ‘विश्व उर्दू दिवस’ या ‘वर्ल्ड … Read more

मिर्ज़ा ग़ालिब के बेहतरीन शेर

Ghalib Best Sher

Ghalib Best Sher 1. फिर उसी बेवफ़ा पे मरते हैं, फिर वही ज़िंदगी हमारी है 2. बे-ख़ुदी बे-सबब नहीं ‘ग़ालिब’ कुछ तो है जिसकी पर्दा-दारी है 3. हम भी दुश्मन तो नहीं हैं अपने, ग़ैर को तुझसे मुहब्बत ही सही 4. हम कोई तर्क-ए-वफ़ा करते हैं, न सही इश्क़ मुसीबत ही सही 5. यार से … Read more

कैफ़ी आज़मी की शायरी

Kaifi Azmi Shayari

Kaifi Azmi Shayari 1- की है कोई हसीन ख़ता हर ख़ता के साथ थोड़ा सा प्यारा भी मुझे दे दो सज़ा के साथ 2- मंज़िल से वो भी दूर था और हम भी दूर थे हमने भी धूल उड़ाई बहुत रहनुमा के साथ 3- ऐसा लगा ग़रीबी की रेखा से हूँ बुलंद पूछा किसी ने … Read more

तहज़ीब हाफ़ी की ग़ज़लें..

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1 Tehzeeb Hafi Ki Shayari तेरा चुप रहना मिरे ज़ेहन में क्या बैठ गया Tehzeeb Hafi Ki Shayari इतनी आवाज़ें तुझे दीं कि गला बैठ गया यूँ नहीं है कि फ़क़त मैं ही उसे चाहता हूँ जो भी उस पेड़ की छाँव में गया बैठ गया इतना मीठा था वो ग़ुस्से भरा लहजा मत पूछ … Read more

मीर के मशहूर शेर

Meer Taqi Meer ki shayari. Ghazal Shayari Maqta संज्ञा के प्रकार ह वाले शब्द Sangya Ke Bhed

Meer Taqi Meer जिन जिन को था ये इश्क़ का आज़ार मर गए अक्सर हमारे साथ के बीमार मर गए _____ दिखाई दिए यूँ कि बे-ख़ुद किया हमें आपसे भी जुदा कर चले _____ इश्क़ माशूक़ इश्क़ आशिक़ है यानी अपना ही मुब्तला है इश्क़ Meer Taqi Meer _____ कहते तो हो यूँ कहते यूँ … Read more

मिर्ज़ा ग़ालिब के मशहूर शेर

Mirza Ghalib ki shayari Ghalib Shayari Rubai Naqsh Fariyadi Hai Dard Minnat Kash Yak Zarra e Zamin Nahini Bekaar Baagh Ka Mirza Ghalib ke sher

Mirza Ghalib ke sher कोई उम्मीद बर नहीं आती कोई सूरत नज़र नहीं आती _____ जान दी, दी हुई उसी की थी हक़ तो यूँ है कि हक़ अदा न हुआ ______ ज़िंदगी यूँ भी गुज़र ही जाती क्यूँ तिरा राहगुज़र याद आया ______ हुई मुद्दत कि ‘ग़ालिब’ मर गया पर याद आता है वो … Read more

यक-ज़र्रा-ए-ज़मीं नहीं बे-कार बाग़ का ~ मिर्ज़ा ग़ालिब

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Yak Zarra e Zamin Nahini Bekaar Baagh Ka ~ Mirza Ghalib यक-ज़र्रा-ए-ज़मीं नहीं बे-कार बाग़ का याँ जादा भी फ़तीला है लाले के दाग़ का बे-मय किसे है ताक़त-ए-आशोब-ए-आगही खींचा है इज्ज़-ए-हौसला ने ख़त अयाग़ का बुलबुल के कारोबार पे हैं ख़ंदा-हा-ए-गुल कहते हैं जिसको इश्क़ ख़लल है दिमाग़ का ताज़ा नहीं है नश्शा-ए-फ़िक्र-ए-सुख़न मुझे … Read more

जिगर शेओपुरी की नज़्म- ‘बड़ी बेबसी है जो ग़म दे रहे हैं, हमें भूल जाना, क़सम दे रहे हैं’

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Ishq ki shayari बड़ी बेबसी है जो ग़म दे रहे हैं, हमें भूल जाना, क़सम दे रहे हैं जो दिल में कभी थी, उसी आरज़ू का, मुहब्बत से जो की उसी गुफ़्तगू का, तुम्हें वास्ता हम सनम दे रहे हैं हमें भूल जाना क़सम दे रहे हैं पलक पे रखेंगे तुम्हें, सोचते थे कभी ग़म … Read more