दकनी शायर: बीजापुर और गोलकुंडा के दरबार की शायरी
Dakni Shayari Ka Itihas ~ सन 1347 से 1527 तक दक्षिण भारत के महत्वपूर्ण हिस्से पर बहमनी सल्तनत का क़ब्ज़ा…
हिन्दी और उर्दू साहित्य का संगम
Dakni Shayari Ka Itihas ~ सन 1347 से 1527 तक दक्षिण भारत के महत्वपूर्ण हिस्से पर बहमनी सल्तनत का क़ब्ज़ा…
उर्दू के बेहतरीन शायर असरार उल हक़ मजाज़ के बेहतरीन शेर.. Asrar Ul Haq Majaz Ke Best Sher बहुत मुश्किल…
Breakup shayari ~ वो जो हम में तुम में क़रार था तुम्हें याद हो कि न याद हो वही या’नी…
Best Urdu Shayari 1. वो बेदर्दी से सर काटें ‘अमीर’ और मैं कहूँ उनसे, हुज़ूर आहिस्ता आहिस्ता जनाब आहिस्ता आहिस्ता…
Best Urdu Rubai रूबाई (Rubai) – रूबाई चार-चार मिसरों की ऐसी शा’इरी को कहते हैं जिनके पहले, दूसरे और चौथे…
जब भी कोई शेर कहना चाहता है तो उसके लिए सबसे ज़रूरी चीज़ होती है क़ाफ़िया (Qafiya) , रदीफ़ (Radeef)…
ये खटमल ये मक्खी ये मच्छर की दुनिया ये लंगूर भालू ये बंदर की दुनिया ये कुत्तों गधों और ख़च्चर…
बैठे-बिठाए हो गई घर में मार-कुटाई चार बजे मेरे बुज़ुर्गों ने मुझको तहज़ीब सिखाई चार बजे उल्टी हो गईं सब…
(अहमद फ़राज़ मनचंदा बानी) राजेन्द्र मनचंदा “बानी” की ग़ज़ल ऐ दोस्त मैं ख़ामोश किसी डर से नहीं था क़ाइल ही…
Majaz Shayari Hindi असरार उल हक़ ‘मजाज़’ की नज़्म: बोल! अरी ओ धरती बोल! बोल! अरी ओ धरती बोल! राज…