दोस्ती की पहचान

ननकू सोच में डूबा हुआ था कि रसगुल्ला उसके पास आया..ननकू तो सोच ही रहा था कि रसगुल्ला ने उसके पैर के पास कुछ रखा ननकू ने देख रसगुल्ला उसके लिए पानी की बोतल लाया था। ननकू ने ले लिया तो रसगुल्ला पास खड़े होकर उसके पैर पर अपने दोनों अगले पैर रखकर उसे चाटने … Read more

दोस्ती का सवाल

ननकू बरामदे में बैठा चीकू के साथ खेल रहा था कि तभी दरवाज़े से रमा चाची आती हुई बोलीं “कैसा है ननकू..?..माँ कहाँ है..?” “मैं अच्छा हूँ और माँ अंदर हैं..चाची बबलू नानी के घर से आ गया?” “हाँ भई, मैं आ गयी हूँ तो बबलू कहाँ रुकेगा नानी के घर..आ रहा है तुझसे मिलने”- … Read more

याद करो पहाड़ा

छुट्टियाँ ख़त्म हो चुकी हैं और अब ननकू को तैयारी करनी है स्कूल जाने की। ननकू ने तो अपनी पढ़ाई-लिखाई थोड़ी बहुत शुरू भी कर दी है, ननकू को पढ़ाई में लगा देख चीकू शांति से दादी के पास बैठ जाता तो रसगुल्ला ननकू के पास बैठकर उसकी किसी तरह की मदद करता रहता। हालाँकि … Read more

खोया-खोया रसगुल्ला

रसगुल्ला को ज़ोरों की नींद आ रही थी और ननकू माँ से सवाल कर रहा था कि “माँ..रसगुल्ला कहाँ सोएगा?” माँ का जवाब रसगुल्ला सुन पाता उससे पहले ही रसगुल्ला तो सो भी गया..ननकू की गोद में..रसगुल्ला को ठंडी लगने लगी थी उसने आँख खोली तो हर तरफ़ अँधेरा था। दूर में एक छोटा बल्ब … Read more

कहाँ सोएगा रसगुल्ला

ननकू के साथ घर आकर रसगुल्ला ख़ुश तो है लेकिन यहाँ उसे पहले घर से अलग भी लग रहा है। ननकू जैसे नानी के यहाँ रहता था और जैसे मौसी दादी के यहाँ रहता था वहाँ से बिलकुल अलग तरह से यहाँ रहता है। नन्हा रसगुल्ला जब से आया है तभी से देख रहा है … Read more

हमारा घर

पापा ने गाड़ी घर के बाहर रोकी कि ननकू झट से दरवाज़ा खोल के गेट के सामने पहुँच गया और झाँक-झाँक के अंदर देखने लगा। चीकू भी ननकू के पीछे-पीछे आ गया था, वो तो गेट की सलाख़ों के बीच में से निकलकर अंदर चला गया ये देखकर ननकू हँसने लगा। माँ ने उतर के … Read more

शेरा और भूरा

पापा गाड़ी चला रहे थे माँ साथ में बैठी बात कर रही थीं। पीछे ननकू, रसगुल्ला और चीकू की मस्ती दादी के साथ जारी थी, कभी दादी उन्हें बाहर कुछ दिखातीं तो कभी ननकू दादी को नानी के घर की कोई बात बताता। इतने में ही माँ का फ़ोन बजने लगा “लो राखी को अभी … Read more

चिट्ठी

पापा सारा सामान गाड़ी की डिक्की में जमा रहे थे और रॉकी चाचा उनकी मदद कर रहे थे। इधर मौसी दादी से मिलते हुए दादी की आँखें भरी हुई थी। रेखा बुआ माँ से बार-बार वापस आने के लिए कह रही थीं और ननकू, रसगुल्ला और चीकू को बार-बार प्यारा भी कर रही थीं। जब … Read more

आइसक्रीम की कटोरी

मौसी दादी के घर से वापस जाने की सारी तैयारी तो हो गयी है बस कल सुबह-सुबह निकलना है, सारे दिन जगह-जगह से ननकू के खिलौने और रसगुल्ला, चीकू के सामान उठा-उठा के माँ और राखी बुआ पैक करते रहे। अब शाम को थककर वो दोनों चाय लेकर दादी- मौसी दादी के पास बैठी हुई … Read more

वापसी की तैयारी

ननकू की छुट्टियाँ ख़त्म होने को आयी हैं और सभी लोग अब वापिस जाने की तैयारी कर रहे हैं. इन तैयारियों में राखी बुआ सबकी मदद करा रही हैं लेकिन साथ ही उनका मन ये भी है कि कुछ दिन और ननकू और सब रुक जाते तो…वो माँ से सवाल करती हैं.. “कुछ दिन और … Read more