शायरी की बातें…

Ameer Minai Best Sher

ग़ज़ल क्या है? मुसल्लस जब कोई कविता तीन-तीन मिसरों के बंदों में बँटी होती है, तो उसे मुसल्लस कहा जाता है। इसमें शेरों के रदीफ़-काफ़िए की बनावट के आधार पर कई किस्में होती हैं। कभी तीनों मिसरे एक जैसे रदीफ़-काफ़िए में होते हैं, तो कभी पहले दो एक जैसे होते हैं और तीसरा अलग। लेकिन … Read more

दकनी शायर: बीजापुर और गोलकुंडा के दरबार की शायरी

Dakni Shayari Ka Itihas

Dakni Shayari Ka Itihas ~ सन 1347 से 1527 तक दक्षिण भारत के महत्वपूर्ण हिस्से पर बहमनी सल्तनत का क़ब्ज़ा रहा। बहमनी सल्तनत का अंत हुआ तो इससे पाँच राज्य क़ायम हुए। इनमें साहित्य की दृष्टि से बीजापुर का आदिलशाही वंश और गोलकुंडा का क़ुतुबशाही वंश मशहूर हुआ। ऐसा माना जाता है कि इन्हीं दो … Read more

मुहब्बत

Chaand Shayari Ishq ab meri jaan hai goya - Jaleel Manikpuri

उर्दू शाइरी में कुछ अलफ़ाज़ अक्सर इस्तेमाल में आते हैं, इन्हीं में से एक शब्द है “मुहब्बत”. आज हम इसी लफ़्ज़ की चर्चा करेंगे. असल में इस शब्द की चर्चा करने के पीछे कारण ये है कि इस शब्द को हमने कई जगह “मोहब्बत” लिखा देखा. ‘मुहब्बत (محبّت)’ और ‘मोहब्बत(موحبّت)’ (Muhabbat or Mohabbat) के लिखने … Read more

मुशायरों में इस्तेमाल होने वाले अलफ़ाज़ …

Radeef kya hai Urdu Shayari Behr Mutqarib Mushaira Urdu Shayari संज्ञा के प्रकार

Mushaira Urdu Shayari ~ इस सीरीज़ में यूँ तो अभी हम ‘ वज़्न करने का तरीक़ा‘ बता रहे हैं लेकिन बीच-बीच में हम कुछ और बातें भी कर रहे हैं. इसी सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए हम आज बात करेंगे मुशाइरों में इस्तेमाल होने वाले अलफ़ाज़ और उनके अर्थ के बारे में. आम हों या … Read more

क्या होती है ग़ज़ल और क्या है नज़्म?

Urdu Shayari Phool Urdu Lafz Gham Ghazal Kaise Likhen Urdu Sahitya Ghazal Aur Nazm Mein Farq

Ghazal Aur Nazm Mein Farq
ग़ज़ल:
ग़ज़ल में एक ही ज़मीन होती है और पूरी ग़ज़ल एक बह्र में ही कही जाती है. मत’ला के दोनों मिसरे रदीफ़ और क़ाफ़िये पर ख़त्म होते हैं जबकि बाक़ी शे’रों में सिर्फ़ दूसरे मिसरे ही रदीफ़ और क़ाफ़िये में बंधे होते हैं. एक ग़ज़ल में एक से अधिक मत’ले हो सकते हैं.

मा’नी के लिहाज़ से ग़ज़ल के हर शे’र का अपना अलग अर्थ होता है. ग़ज़ल में शे’रों की संख्या निर्धारित नहीं है, फिर भी ये माना जाता है कि इसमें कम से कम पांच शे’र तो होने ही चाहियें और अधिक से अधिक शे’रों की कोई सीमा नहीं है . पुराने ज़माने में लोग ये मानते थे कि ग़ज़ल में अश’आर (शे’रों) की संख्या विषम होनी चाहिए लेकिन इस नियम का ना तब कोई पालन करता था और ना ही आज इस पर कोई ध्यान देता है, यूँ भी इस नियम का कोई मतलब भी नहीं है. Ghazal Aur Nazm Mein Farq
एक बात यहाँ बताते चलें कि अक्सर लोगों को ये लगता है कि पूरी ग़ज़ल एक ही टॉपिक पर होती है लेकिन ऐसा नहीं है. हर शे’र अपने आप में मुक़म्मल है और मतलब के लिहाज़ से इसका दूसरे शे’र से कोई सम्बन्ध नहीं होता.कुल मिलाकर बस रदीफ़, क़ाफ़िया और एक ही बह्र का होना ज़रूरी है.

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शायरी सीखें: क्या होती है ज़मीन, रदीफ़, क़ाफ़िया….

हिन्दी व्याकरण ड और ढ ठ वाले शब्द Radeef Qafiya Misra Shayari Mirza Rafi Sauda Shayari

Radeef Qafiya Misra Shayari साहित्य दुनिया में शायरी सीखें. मिसरा: किसी भी लाइन को मिसरा कहते हैं. मिसरा-ए-ऊला: शे’र के पहले मिसरे को मिसरा ए ऊला (ऊला मिसरा) कहते हैं. मिसरा-ए-सानी: शे’र के दूसरे या’नी अंतिम मिसरे को मिसरा-ए-सानी कहते हैं. रदीफ़: ग़ज़ल या क़सीदे के शेरों के अंत में  जो शब्द या शब्द-समूह बार … Read more

वज़्न करने का तरीक़ा(12): बह्र ए मुतक़ारिब…

Radeef kya hai Urdu Shayari Behr Mutqarib Mushaira Urdu Shayari संज्ञा के प्रकार

( Urdu Shayari Behr Mutqarib ) इसके पहले हमने आपको वज़्न करने के बारे में भी बताया है और साथ ही साथ हमने आपको शाइरी के आठ रुक्न भी बताये हैं. हम आज आपको बताने जा रहे हैं उर्दू शाइरी में इस्तेमाल में लायी जाने वाली बह्र के बारे में. ग़ज़ल के बारे में ये … Read more

शायरी सीखें ~ क़त्आ, रूबाई, हम्द….

Urdu Shayari Phool Urdu Lafz Gham Ghazal Kaise Likhen Urdu Sahitya Ghazal Aur Nazm Mein Farq

Urdu Sahitya क़त्आ– दो या दो से अधिक शे’रों में जब एक विषय को शा’इरी में शामिल करने की कोशिश की जाती है तो शे’रों के इस समूह को क़त्’आ कहते हैं. क़त्आ ग़ज़ल के अन्दर भी हो सकते हैं और उसके बाहर भी, इसमें कोई पाबंदी जैसी चीज़ नहीं है. रूबाई– रूबाई चार-चार मिसरों … Read more

क्या होता है ‘फ़र्द’ ?

Dushyant Kumar Shayari ई यी ए ये ड वाले शब्द Urdu Shayari Mein Fard म वाले शब्द

Urdu Shayari Mein Fard देखा जाए तो शा’इरी अपने आप में एक बहुत बड़ा विषय है. इसके बारे में चर्चा करिए तो बहुत सी ऐसी बातें सामने आती हैं जिनका ज़िक्र अब होना कुछ कम ही हो गया है. ऐसा ही एक शब्द है फ़र्द, फ़र्द का अर्थ है अद्वितीय, अकेला. फ़र्द का इस्तेमाल जब … Read more

शायरी सीखें: वज़्न करने का तरीक़ा (11)

Hindi Kahani Hairat Maryana Aur Kokster Majaz Shayari Hindi हिन्दी व्याकरण औ और ऑ हिन्दी व्याकरण ओ और औ Shayari Kaise Karte hain

Shayari Kaise Karte hain: पिछले बार जब हमने बात की थी तो ये बताया था कि ग़ज़ल में एक ज़मीन होती है और वज़्न के बारे में भी कुछ बहुत शुरू’अ की बातें की थीं.हमने वज़्न लेने के लिए बताया था कि हम गणित के 1 और 2 के आधार पर इसे समझेंगे. पिछली बार … Read more