हकीम मोमिन ख़ाँ ‘मोमिन’

Momin Khan Momin

Momin Khan Momin हकीम मोमिन ख़ाँ ‘मोमिन’- उर्दू काव्य में ‘मोमिन’ का एक विशेष महत्त्व है। उनका क्षेल मुख्यतः प्रेम-व्यापार होते हुए भी उन्होंने वर्णन में जो तड़प पैदा की, वह उन्हीं का हिस्सा थी। वर्णन-सौन्दर्य की तारीफ़ यह है कि वे अभिव्यक्ति की मौलिकता और भावपक्ष की प्रबलता दोनों के लिए प्रसिद्ध हो गये … Read more

रहमान फ़ारिस के बेहतरीन शेर..

Rehman Faris Shayari ~ मैं कार-आमद हूँ या बे-कार हूँ मैं मगर ऐ यार तेरा यार हूँ मैं जो देखा है किसी को मत बताना इलाक़े भर में इज़्ज़त-दार हूँ मैं मेराज फ़ैज़ाबादी के बेहतरीन शेर… नज़र उठाएँ तो क्या क्या फ़साना बनता है सौ पेश-ए-यार निगाहें झुकाना बनता है पराई आग मिरा घर जला … Read more

मेराज फ़ैज़ाबादी के बेहतरीन शेर…

Ameer Minai Best Sher

Meraj Faizabadi Shayari बिखरे बिखरे सहमे सहमे रोज़ ओ शब देखेगा कौन लोग तेरे जुर्म देखेंगे सबब देखेगा कौन ___ आज भी गाँव में कुछ कच्चे मकानों वाले घर में हम-साए के फ़ाक़ा नहीं होने देते __ हमें पढ़ाओ न रिश्तों की कोई और किताब पढ़ी है बाप के चेहरे की झुर्रियाँ हमने __ हम … Read more

ख़्वाब पर बेहतरीन शेर…

Khwab Shayari

Khwab Shayari इक मुअम्मा है समझने का न समझाने का ज़िंदगी काहे को है ख़्वाब है दीवाने का फ़ानी बदायुनी __ अपनी ताबीर के चक्कर में मिरा जागता ख़्वाब रोज़ सूरज की तरह घर से निकल पड़ता है राहत इंदौरी __ आँखों में जो भर लोगे तो काँटों से चुभेंगे ये ख़्वाब तो पलकों पे … Read more

सच पर बेहतरीन शेर..

University Shayari

Sach Shayari ~ सादिक़ हूँ अपने क़ौल का ‘ग़ालिब’ ख़ुदा गवाह कहता हूँ सच कि झूठ की आदत नहीं मुझे मिर्ज़ा ग़ालिब __ झूठ के आगे पीछे दरिया चलते हैं सच बोला तो प्यासा मारा जाएगा वसीम बरेलवी __ इश्क़ में कौन बता सकता है किसने किससे सच बोला है अहमद मुश्ताक़ __ जी बहुत … Read more

मुईद रशीदी के बेहतरीन शेर..

Moid Rasheedi Shayari

Moid Rasheedi Shayari ~ लगता है तबाही मिरी क़िस्मत से लगी है ये कौन सी आँधी मिरे अंदर से उठी है मुईद रशीदी __ आते आते जो तिरा नाम सा रह जाता है मेरे सीने में वो कोहराम सा रह जाता है मुईद रशीदी __ ऐ ज़माने की हवा अब तो रिहा कर मुझ को … Read more

रुख़्सार पर शायरी

Rukhsar Shayari

Rukhsar Shayari मुद्दत से इक लड़की के रुख़्सार की धूप नहीं आई इस लिए मेरे कमरे में इतनी ठंडक रहती है बशीर बद्र __ दिल बुझने लगा आतिश-ए-रुख़्सार के होते तन्हा नज़र आते हैं ग़म-ए-यार के होते ज़ेहरा निगाह __ फ़िल्मों में आए शेर… देखना हर सुब्ह तुझ रुख़्सार का है मुताला मतला-ए-अनवार का वली … Read more

फ़हमी बदायूनी के बेहतरीन शेर..

Fahmi Badayuni Shayari

Fahmi Badayuni Shayari ख़ुशी से काँप रही थीं ये उँगलियाँ इतनी डिलीट हो गया इक शख़्स सेव करने में फ़हमी बदायूनी __ ज़रा मोहतात होना चाहिए था बग़ैर अश्कों के रोना चाहिए था फ़हमी बदायूनी __ अब उनको याद कर के रो रहे हैं बिछड़ते वक़्त रोना चाहिए था फ़हमी बदायूनी __ वफ़ा मजबूर तुम … Read more

सूफ़ी प्रेम के गुलदस्ते की तरह है ‘सूफ़ीनामा’

Sufinama

Sufinama : साहित्य दुनिया के ज़रिए आप सभी तक हिंदी और उर्दू साहित्य से जुड़ी तरह-तरह की जानकारी पहुँचती है। कहानियाँ, शाइरी की बातें, व्याकरण की बातें, नुक़्ते का फ़र्क़, मात्राओं के भेद, शाइरों की जानकारी वग़ैरह वग़ैरह। आप तक ये सारी जानकारी पहुँचाने के लिए साहित्य दुनिया टीम भी कई तरह की खोज करती … Read more