प्रेरणादायक शायरी

Bahadur Shah Zafar Shayari Humko Mita Sake Ye Zamane Mein Dum Nahin Motivational Shayari Mirza Jafar Ali Hasrat Sher Urdu Interesting Facts

Motivational Shayari प्रेरणादायक शायरी Inspirational Shayari 1. ख़ुदी को कर बुलंद इतना कि हर तक़दीर से पहले ख़ुदा बंदे से ख़ुद पूछे बता तेरी रज़ा क्या है अल्लामा मुहम्मद “इक़बाल” (Allama Muhammad Iqbal) 2. नया चश्मा है पत्थर के शिगाफ़ों से उबलने को, ज़माना किस क़दर बेताब है करवट बदलने को सरदार जाफ़री (Sardar Jafri) … Read more

वस्ल की बनती हैं इन बातों से तदबीरें कहीं ~ हसरत मोहानी

wasl kii banti haiN

wasl kii banti haiN in baatoN se tadbeereN kahiN – Hasrat Mohani वस्ल की बनती हैं इन बातों से तदबीरें कहीं आरज़ूओं से फिरा करती हैं तक़दीरें कहीं बे-ज़बानी तर्जुमान-ए-शौक़ बेहद हो तो हो वर्ना पेश-ए-यार काम आती हैं तक़रीरें कहीं मिट रही हैं दिल से यादें रोज़गार-ए-ऐश की अब नज़र काहे को आएँगी ये … Read more

नक़्श फ़रियादी है किसकी शोख़ी-ए-तहरीर का ~ मिर्ज़ा ग़ालिब

Mirza Ghalib ki shayari Ghalib Shayari Rubai Naqsh Fariyadi Hai Dard Minnat Kash Yak Zarra e Zamin Nahini Bekaar Baagh Ka Mirza Ghalib ke sher

Naqsh Fariyadi Hai Kiski Hai Shokhiye Tahreer Ka – Mirza Ghalib नक़्श फ़रियादी है किसकी शोख़ी-ए-तहरीर का काग़ज़ी है पैरहन हर पैकर-ए-तस्वीर का काव काव-ए-सख़्त-जानी हाए-तन्हाई न पूछ सुब्ह करना शाम का लाना है जू-ए-शीर का जज़्बा-ए-बे-इख़्तियार-ए-शौक़ देखा चाहिए सीना-ए-शमशीर से बाहर है दम शमशीर का आगही दाम-ए-शुनीदन जिस क़दर चाहे बिछाए मुद्दआ अन्क़ा है … Read more

चाँद पर शायरी

Chaand Shayari Ishq ab meri jaan hai goya - Jaleel Manikpuri

चाँद पर शायरी (Chaand Shayari) ~ उर्दू शायरी में जज़्बात का बयान हर रंग हर अंदाज़ में होता रहा है. चाँद को भी उर्दू शायरी में आला मक़ाम हासिल है. चाँद और इससे जुड़े एहसासात के आसपास बहुत से उर्दू शायरों ने शाइरी की है. चाँद पर कुछ बेहतरीन शेर हम आपके सामने पेश कर … Read more

शाम पर शेर

Best Urdu Rubai Shaam Shayari Har Haqeeqat Majaz Ho Jaye Tagore ki Kahani Bhikharin Parveen Shakir Shayari

Shaam Shayari शाम होते ही खुली सड़कों की याद आती है सोचता रोज़ हूँ मैं घर से नहीं निकलूँगा शहरयार (Shaharyar) _____ उसकी आँखों में उतर जाने को जी चाहता है शाम होती है तो घर जाने को जी चाहता है कफ़ील आज़र अमरोहवी (Kafeel Aazar Amrohvi) ______ घर की वहशत से लरज़ता हूँ मगर … Read more

Father’s Day Poetry In Hindi

Father's Day Poetry In Hindi Satyajeet Ray Ki Kahani Sahpathi Satyajit Ray ki Sahpathi

Father’s Day Poetry In Hindi माँ की दुआ न बाप की शफ़क़त का साया है आज अपने साथ अपना जनम दिन मनाया है अंजुम सलीमी (Anjum Salimi) _____ बेटियाँ बाप की आँखों में छुपे ख़्वाब को पहचानती हैं और कोई दूसरा इस ख़्वाब को पढ़ ले तो बुरा मानती हैं इफ़्तिख़ार आरिफ़ (Iftikhar Arif) ______ … Read more

मुनीर नियाज़ी के बेहतरीन शेर

Munir Niazi Poetry In Hindi Zinda Rahen To Kya Mar Jayen Hum To Kya Munir Niazi Shayari

Munir Niazi Shayari ~ 1. शहर की गलियों में गहरी तीरगी गिर्यां रही रात बादल इस तरह आए कि मैं तो डर गया 2. दिल अजब मुश्किल में है अब अस्ल रस्ते की तरफ़ याद पीछे खींचती है आस आगे की तरफ़ 3. किसी को अपने अमल का हिसाब क्या देते सवाल सारे ग़लत थे … Read more

बरसात पर ख़ूबसूरत शेर

wo humsafar tha वो हम-सफ़र था मगर उससे हम-नवाई न थी Urdu ke Mushkil Lafz Akhtar Ul Iman Shayari Majaz Shayari Famous Barish Shayari Barsaat Shayari Baarish Shayari Hindi Kahani Arghwan Rabbhi Urdu Lafz Aghori Ka Moh Acaharya Ram Chandra Shukl Ki Kahani Gyaarah Varsh Ka Samay Jigar aur dil ko bachana

Barsaat Shayari Baarish Shayari 1. घटा देख कर ख़ुश हुईं लड़कियाँ छतों पर खिले फूल बरसात के मुनीर नियाज़ी (Munir Niazi) 2. आसमाँ ऐसा भी क्या ख़तरा था दिल की आग से इतनी बारिश एक शोले को बुझाने के लिए ज़फ़र गोरखपुरी (Zafar Gorakhpuri) 3. तमाम रात नहाया था शहर बारिश में वो रंग उतर … Read more

साहिर लुधियानवी के बेहतरीन शेर

Sahir Ludhianvi Shayari

Sahir Ludhianvi Shayari 1. तेरा मिलना ख़ुशी की बात सही तुझ से मिल कर उदास रहता हूँ 2. कोई तो ऐसा घर होता जहाँ से प्यार मिल जाता वही बेगाने चेहरे हैं जहाँ जाएँ जिधर जाएँ 3. लो आज हमने तोड़ दिया रिश्ता-ए-उमीद लो अब कभी गिला न करेंगे किसी से हम 4. जान-ए-तन्हा पे … Read more

दिल टूटने पर शेर..

Breakup shayari Ab Aur Kya Kisi Se Marasim Badhayen Hum Koo Ba Koo Phail Gayi Baat Shanasayi Ki Rehman Faris Shayari Zulf Shayari

Breakup shayari ~ वो जो हम में तुम में क़रार था तुम्हें याद हो कि न याद हो वही या’नी वा’दा निबाह का तुम्हें याद हो कि न याद हो मोमिन ख़ान मोमिन (Momin Khan Momin) _________ कभी हम में तुम में भी चाह थी कभी हमसे तुमसे भी राह थी कभी हम भी तुम … Read more