दर्द मिन्नत-कश-ए-दवा न हुआ ~ मिर्ज़ा ग़ालिब

Mirza Ghalib ki shayari Ghalib Shayari Rubai Naqsh Fariyadi Hai Dard Minnat Kash Yak Zarra e Zamin Nahini Bekaar Baagh Ka Mirza Ghalib ke sher

Dard Minnat Kash e Dava Na Hua ~ Mirza Ghalib दर्द मिन्नत-कश-ए-दवा न हुआ मैं न अच्छा हुआ बुरा न हुआ जम्अ’ करते हो क्यूँ रक़ीबों को इक तमाशा हुआ गिला न हुआ हम कहाँ क़िस्मत आज़माने जाएँ तू ही जब ख़ंजर-आज़मा न हुआ कितने शीरीं हैं तेरे लब कि रक़ीब गालियाँ खा के बे-मज़ा … Read more

फूल पर शायरी

Phool Shayari

Phool Shayari काँटों में घिरे फूल को चूम आएगी लेकिन तितली के परों को कभी छिलते नहीं देखा परवीन शाकिर ______ फिर छिड़ी रात बात फूलों की रात है या बरात फूलों की मख़दूम मुहीउद्दीन ______ फूल के हार फूल के गजरे शाम फूलों की रात फूलों की मख़दूम मुहीउद्दीन _______ आपका साथ-साथ फूलों का … Read more

घर पर शायरी

Hindi Kahani Khwahish Iqbal ke Top Sher Ghar Shayari

Ghar Shayari : उग रहा है दर-ओ-दीवार से सब्ज़ा ‘ग़ालिब’ हम बयाबाँ में हैं और घर में बहार आई है मिर्ज़ा ग़ालिब ____ पुराने मुहल्ले का सुनसान आँगन मुझे पा के था कितना हैरान आँगन इशरत आफ़रीं _____ घर की वहशत से लरज़ता हूँ मगर जाने क्यूँ शाम होती है तो घर जाने को जी … Read more

मुहब्बत पर ख़ूबसूरत शेर

Mohabbat Shayari, Girl Friend Shayari

Mohabbat Shayari गर बाज़ी इश्क़ की बाज़ी है जो चाहो लगा दो डर कैसा गर जीत गए तो क्या कहना हारे भी तो बाज़ी मात नहीं फ़ैज़ अहमद “फ़ैज़” (Faiz Ahmed Faiz) ______ दिल-ए-नादाँ तुझे हुआ क्या है आख़िर इस दर्द की दवा क्या है मिर्ज़ा ग़ालिब ______ हमने दिल दे भी दिया अहद ए … Read more

उदासी पर ख़ूबसूरत शेर

Dard Bhari Shayari Best Urdu Ghazals Bewafai Shayari

Dard Bhari Shayari बिछड़ गए तो ये दिल उम्र भर लगेगा नहीं लगेगा लगने लगा है मगर लगेगा नहीं उमैर नज्मी (Umair Najmi) ______ मुझसे नफ़रत है अगर उस को तो इज़हार करे कब मैं कहता हूँ मुझे प्यार ही करता जाए इफ़्तिख़ार नसीम (Iftikhar Naseem) ______ मैं उसको हर रोज़ बस यही एक झूट … Read more

Subah Shayari : सुबह पर ख़ूबसूरत शायरी

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Subah Shayari नया चश्मा है पत्थर के शिगाफ़ों से उबलने को, ज़माना किस क़दर बेताब है करवट बदलने को सरदार जाफ़री (Sardar Jafri) ______ उठो ये मंज़र-ए-शब-ताब देखने के लिए कि नींद शर्त नहीं ख़्वाब देखने के लिए इरफ़ान सिद्दीक़ी __________ हज़ार बर्क़ गिरे लाख आँधियाँ उट्ठें वो फूल खिल के रहेंगे जो खिलने वाले … Read more

आज के दौर के दस बेहतरीन शेर..

Famous Urdu Shayari Hum Maut Bhi Aaye to Masroor Nahin Hote

Famous Urdu Shayari यही दुनिया हमें अच्छा भी समझ सकती थी बस ज़रा चाल चलन बीच में आ जाता है। अमीर इमाम (Ameer Imam) ___________ पेड़ मुझे हसरत से देखा करते थे मैं जंगल में पानी लाया करता था तहज़ीब हाफ़ी (Tehzeeb Hafi) ________ लम्हे लम्हे से बनी है ये ज़माने की किताब नुक़्ता नुक़्ता … Read more

तहज़ीब हाफ़ी की ग़ज़लें

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Tehzeeb Hafi Shayari Hindi ग़ज़ल 1: इस एक डर से ख़्वाब देखता नहीं मैं जो भी देखता हूँ भूलता नहीं माँ पर बेहतरीन शेर.. किसी मुंडेर पर कोई दिया जला फिर इस के बाद क्या हुआ पता नहीं अभी से हाथ काँपने लगे मिरे अभी तो मैं ने वो बदन छुआ नहीं मैं आ रहा … Read more

होली शायरी

Holi Shayari Rang Shayari

Holi Shayari Rang Shayari : गले मुझको लगा लो ऐ मिरे दिलदार होली में बुझे दिल की लगी भी तो ऐ मेरे यार होली में भारतेंदु हरिश्चंद्र ‘रसा’ गर जाम-ए-मय ग़ैरों को देते हो तो मुझको भी नशीली आँख दिखला कर करो सरशार होली में भारतेंदु हरिश्चंद्र ___________ मुझे जो क़ुमक़ुमा मारा तो कर दिया … Read more

उर्दू की बेहतरीन रुबाईयाँ

Best Urdu Rubai Shaam Shayari Har Haqeeqat Majaz Ho Jaye Tagore ki Kahani Bhikharin Parveen Shakir Shayari

Best Urdu Rubai रूबाई (Rubai) – रूबाई चार-चार मिसरों की ऐसी शा’इरी को कहते हैं जिनके पहले, दूसरे और चौथे मिसरों का एक ही रदीफ़, क़ाफ़िये में होना ज़रूरी है. इसमें एक बात समझनी ज़रूरी है कि ग़ज़ल के लिए प्रचलित 35-36 बह्र में से कोई भी रूबाई के लिए इस्तेमाल में नहीं लायी जाती है. … Read more