शहरयार की फ़िल्मों में आयी ग़ज़लें…
जब भी मिलती है मुझे अजनबी लगती क्यूँ है ज़िंदगी रोज़ नए रंग बदलती क्यूँ है धूप के क़हर का…
हिन्दी और उर्दू साहित्य का संगम
Shayar Aur Sher : ‘साहित्य दुनिया’ के ज़रिए कोशिश ये है कि लोगों की रूचि साहित्य और भाषा में बढ़े। ये साहित्य और भाषा से जुड़ी बातों को बड़े-बड़े और गम्भीर वाक्यों से न समझाकर उसे सरल, बोलचाल की भाषा में आम जन तक पहुँचाने का प्रयास है।
जब भी मिलती है मुझे अजनबी लगती क्यूँ है ज़िंदगी रोज़ नए रंग बदलती क्यूँ है धूप के क़हर का…
Nida Fazli Best Sher घर से मस्जिद है बहुत दूर चलो यूँ कर लें किसी रोते हुए बच्चे को हँसाया…
Parveen Shakir Best Sher अब भला छोड़ के घर क्या करते शाम के वक़्त सफ़र क्या करते परवीन शाकिर _________…
Nasir Kazmi Best Sher ग़म है या ख़ुशी है तू मेरी ज़िंदगी है तू नासिर काज़मी ______ आफ़तों के दौर…
लहू-लुहान नज़ारों का ज़िक्र आया तो शरीफ़ लोग उठे दूर जा के बैठ गए ______ तू किसी रेल सी गुज़रती…
Zauq Ki Shayari शेख़ इब्राहीम ज़ौक़ तू जान है हमारी और जान है तो सब कुछ ईमान की कहेंगे ईमान…
Ahmad Faraz Best Shayari किस किस को बताएँगे जुदाई का सबब हम तू मुझसे ख़फ़ा है तो ज़माने के लिए…
Gulzar Best Sher ~ आज के दौर के सबसे सम्मानित शाइरों का जब ज़िक्र होगा तो गुलज़ार का ज़िक्र सबसे…
Rahat Indori Best Sher ~ राहत इन्दौरी को इस दौर के बड़े शाइरों में शुमार किया जाता है. उनका जन्म…
Josh Malihabadi Shayari ~ जोश मलीहाबादी के बेहतरीन शेर सिर्फ़ इतने के लिए आँखें हमें बख़्शी गईं देखिए दुनिया के…